करोड़ों खर्च करने के बावजूद जनता इलाज के लिए ठोकरें खाने को मजबूर, मामला सिविल अस्पताल त्योंथर का
रीवा। मंच एवं सभाओं से हर वर्ग के लोगों को शासकीय चिकित्सा मुहैया करवाने को लेकर भले ही बड़े-बड़े दावे किए जाते हो। लेकिन हकीकत यह है कि सारे दावे और वादे जमीनी धरातल में खोखले हैं। मोटी-मोटी तनख्वाह पाने के पश्चात भी चिकित्सक और पदस्थ समस्त कर्मचारी कर्तव्यों के प्रति गंभीर नहीं है। शासन द्वारा उपलब्ध विभिन्न चिकित्सीय सेवाओं का लाभ लेने के लिए भटकने को मजबूर है। हम बात कर रहे हैं त्योंथर के सिविल अस्पताल सहित उसके अंतर्गत आने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चाकघाट, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोनौरी, गढ़ी, तमाम आरोग्य केन्द्रों की जहां चिकित्सीय सेवाओं का लाभ लेने के लिए क्षेत्र के जनता जनार्दन को बेहद ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह बातें हम नहीं समय-समय पर सामने आए तस्वीर और मामलों ने सच्चाई से पर्दा उठाया है। ताजा उदाहरण त्योंथर मुख्यालय में मौजूद सिविल अस्पताल से सामने आया है। जहां नगर परिषद अध्यक्ष कृष्णावती विद्यासागर शुक्ला के अचौक निरीक्षण के दौरान मंगलवार रात्रि काफी अव्यवस्थाएं देखने को मिला। कई मरीज अस्पताल परिसर के बाहर-अंदर फर्स इत्यादि जगहों में चिकित्सीय व्यवस...